तीव्र पानी का मल (Acute watery diarrhea) : जाने लक्षण कारण और उपचार

diarrhea


दस्त, जिसे अतिसार / डायरिया/ लूज मोशन भी कहा जाता है, का मतलब है ढीला, पानी सा पतला मल या लगातार मल त्याग की आवश्यकता होना। यह आमतौर पर कुछ दिनों तक रहता है और अक्सर बिना किसी उपचार के ठीक हो जाता है। 

डायरिया एक्यूट या क्रोनिक हो सकता है। एक्यूट डायरिया तब होता है जब यह एक से दो दिनों तक रहता है। यह वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन की वजह से हो सकता है, या फूड पॉइजनिंग के कारण भी हो सकता है। डायरिया को क्रोनिक तब कहा जाता है 

जब वह कम से कम चार सप्ताह तक रहे। यह आमतौर पर आंतों की किसी बीमारी या विकार का परिणाम होता है, जैसे सीलिएक रोग या क्रोहन रोग।

लक्षण -

दस्त के कई अलग-अलग लक्षण होते हैं। इनमें से केवल एक या कई लक्षण हो सकते हैं। लक्षण लूज मोशन होने के कारण पर निर्भर करते हैं। निम्न में से एक या एक से अधिक लक्षण होना आम है- डायरिया के कारण शरीर में बहुत अधिक पानी निकल जाता है 

जिससे निर्जलीकरण हो सकता है; डायरिया में मतली और उल्टी हो सकती है; इससे पेट में दर्द और सूजन हो सकती है; बार-बार शौचालय जाने की तीर्व इच्छा होती है; 

कई गंभीर मामलों में बुखार और सिरदर्द भी हो जाता है; शरीर से बहुत पानी और नमक खोने की वजह से कमजोरी हो सकती है जिससे सुस्ती और निष्क्रियता महसूस हो सकती है; अत्यधिक निर्जलीकरण की वजह से त्वचा और होंठ सूख सकते हैं।

कारण - 

डायरिया कई बीमारियों या परिस्थितियों के कारण हो सकते हैं। डायरिया के संभावित कारणों में शामिल हैं- 

  • खाद्य असहिष्णुता, जैसे कि लैक्टोज असहिष्णुता; 
  • फूड एलर्जी; 
  • दवा से रिएक्शन; 
  • वायरल संक्रमण; 
  • बैक्टीरियल संक्रमण; 
  • आंत्र संक्रमण; 
  • परजीवी संक्रमण; 
  • पेट या पित्ताशय की थैली की सर्जरी। 

रोटावायरस बच्चों में डायरिया का एक आम कारण है। साल्मोनेला या ई कोलाई के कारण होने वाले बैक्टीरियल संक्रमण भी आम हैं। क्रोनिक डायरिया अधिक गंभीर स्थिति का लक्षण हो सकता है जैसे कि इरिटेबल बाउल सिंड्रोम या इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज। बार-बार और गंभीर दस्त आंतों की बीमारी का संकेत हो सकता है।

जांच -

शारीरिक परिक्षण करने के अलावा, यह निर्धारित करने के लिए कि दस्त क्यों हो रहे हैं, इसके लिए कुछ टेस्ट करवाने होंगे।

ब्लड टेस्ट - 

सीबीसी टेस्ट यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है कि दस्त क्यों हो रहे हैं।

स्टूल टेस्ट - 

आपके डॉक्टर यह निर्धारित करने के लिए स्टूल टेस्ट करवा सकते है कि क्या दस्त का कारण कोई बैक्टीरिया या परीजीवी तो नहीं।

कोलोनोस्कोपी- 

यदि लगातार दस्त के लिए कोई स्पष्ट कारण नहीं मिलता है तो कोलोनोस्कोपी से पेट के अंदरुनी परत को देखने और बायोप्सी की मदद ले सकते है। दोनों प्रक्रियाओं में आपके पेट के अंदर देखने के लिए अंत में एक लेंस के साथ एक पतली, रोशनी वाली नली का उपयोग किया जाता है।

Treatment Protocol

Tab Norflox 400 mg 1+1

Tab Tiniba 500 mg 1+1

Inj. Genta 80 mg IM/IV

अथवा Or Inj. Cetil 750mg IV



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